Sunday, July 27, 2014

बुद्ध वाणी




!!! आत्म मुक्ति के तीन चरण है ...
शीलाचार, ध्यान और ज्ञान , शीलों का आचरण करने से
ध्यान साधना बढ़ती है, ध्यान साधना से ज्ञान का उदय होता है
जिससे शीलों का गहन आचरण करना संभव होता है…
इससे हमें लोभ, क्रोध और अज्ञान से मुक्त होकर
आत्म मुक्ति, शांति और आनंद की प्राप्ति कर सकते है… !!!

Monday, July 21, 2014

बुद्ध वाणी




!!! करुणा से ही हम दुसरे जीव की पीडा समझ सकते है।
उसका दुःख दूर कर सकते है। 
हम कितनी भी पुण्य की बातें पढ़ ले कह ले.… 
जब तक वह आपके अपने कृत्य न बन जाये …
तब तक कोई लाभ नहीं !!!

Sunday, July 13, 2014

बुद्ध वाणी



!!! व्यक्ति का मन ही है उसका सबसे बड़ा शत्रु है। 
जो उससे अनुचित कार्य करवाता है। 
हम जो सोचते है उसका ही परिणाम बनते है। 
अच्छा विचार अच्छा परिणाम देता है। 
बुरा विचार बुरा परिणाम। ये पृकृति का नियम है।  !!!

Monday, July 7, 2014

बुद्ध वाणी


!!! जोश से भयंकर कोई अग्नि नहीं ... 
घ्रणा से भयंकर कोई जानवर नहीं... 
अविवेक से बढ़कर कोई जाल नहीं... 
लालच से बढकर कोई बाधा नहीं... !!!